Maa Tara Siddhi Diksha Sadhana
Maa Tara Siddhi Diksha Sadhana
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क्यों सबसे शक्तिशाली साधना है मां अष्ट तारा सिद्धि मंत्र दीक्षा साधना
मां तारा को पूर्ण देवी के रूप में माना गया है मां तारा एक मात्र ऐसी देवी है तो सौम्य भी है और उग्र भी और वैभव की देवी भी ।
मां तारा के उपासक हर प्रकार के सुख को प्राप्त करते है । उनके शत्रु भी उनपर वार करने से पहले हजार बार सोचते है ।
मां तारा को पूर्ण अष्ट तारा के रूप में माना जाता है
मां तारा के अष्ट रूप , तारा , उग्र तारा , महोग्र तारा , वज्र तारा , नील तारा , सरस्वती ,कामेश्वरी एवं भद्र काली-चामुंडा है
तारा मंत्र सिद्धि सुख व समृद्धि प्रदान करती है
उग्र तारा शत्रुओं व प्रेत आत्माओं का नाश करती है
महोग्र तप व योग की शक्ति देती है
वज्र तारा बुरी नजर , टोने टोटके , काले जादू जैसे बाधाओं को दूर करती है
नील तारा दिव्य दृष्टि व अलौकिक शक्तियों को प्रदान करती है
सरस्वती तारा अध्यात्म के ज्ञान की वृद्धि करती है
कामेश्वरी वशीकरण व मोहिनी शक्ति को बढ़ाती है
भद्र काली-चामुंडा सुरक्षा कवच प्रदान करतीं है
कैसे प्राप्त की जाती मां अष्ट तारा सिध्दि
मां अष्ट तारा सिध्दि एक गुप्त व गोपनीय मार्ग है जिसपर वही साधक चल सकता है जिसने काली कुल के अधीन मंत्र या पूर्ण दीक्षा प्राप्त की हो
गुरु मां देवी नैनाक्षी ने कुल के अधीन काल पंथ की स्थापना की वर्ष 2012 में की थी
गुरु मां ने अपनी साधना से मां तारा के साक्षात दर्शन प्राप्त कर अष्ट तारा के गुप्त मंत्र किया
यदि कोई साधक गुरु मां से मां तारा के मंत्रों की दीक्षा प्राप्त करता है
तो उसको किसी भी प्रकार के नियम व बंधन में बंधने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि मंत्र दीक्षा पूर्ण दीक्षा नहीं होती है
इस मंत्र दीक्षा अष्ट तारा साधना को महिलाएं भी कर सकती है क्योंकि इसमें कोई भी मासिक धर्म की बाध्यता नहीं होती
इस साधना में आपको किसी भी प्रकार के विशेष आहार जैसे मांस या मदिरा का सेवन या भोग को ग्रहण व अर्पण करने की आवश्यकता नहीं होती है
मां को सात्त्विक भोग ही अर्पण किया जाता है
क्या लाभ होते है मां अष्ट तारा सिध्दि दीक्षा साधना से
मां अष्ट तारा सिद्धि मंत्र दीक्षा ग्रहण करने के बाद कोई भी साधारण मनुष्य
मां तारा के दर्शन प्राप्त कर सकता है मां से आशीर्वाद प्राप्त कर अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकता है
मां तारा की गुप्त मंत्र क्रिया कर अपने जीवन में सभी प्रकार के सुख व समृद्धि को प्राप्त कर सकते है अपने व्यवसाय को बढ़ा सकता है साथ ही साथ असाधारण रूप से अपने व्यवसाय के लिए ग्राहकों को आकर्षित कर सकता है
उग्र तारा मंत्र क्रिया कर अपने व किसी भी अन्य के ऊपर से शत्रुओं व प्रेत बाधाओं के दुष्प्रभाव को हमेशा के लिए समाप्त कर सकता है
महोग्र तारा मंत्र क्रिया द्वारा तप व योग के द्वारा आलौकिक शक्तियों को प्राप्त कर सकता है
वज्र तारा मंत्र क्रिया द्वारा बुरी नजर , टोने टोटके , काले जादू जैसे बाधाओं को सदैव के लिए अपने व दूसरों के ऊपर से समाप्त कर सकता है
नील तारा मंत्र क्रिया द्वारा दिव्य दृष्टि को धारण कर सकता है आज्ञा चक्र को जागृत कर आलौकिक शक्तियों को प्राप्त कर कुंडलिनी शक्ति को जागृत कर सकता है
सरस्वती तारा मंत्र क्रिया आध्यात्मिक ज्ञान की वृद्धि करता है ज्योतिष ज्ञान की वृद्धि होती है
कामेश्वरी तारा मंत्र क्रिया द्वारा अपने हित में किसी भी व्यक्ति को वश में कर सकता है साथ ही साथ मोहिनी शक्ति के द्वारा समूह वशीकरण कर अपने व्यापार के लिए ग्राहकों की संख्या को बढ़ा सकता है
भद्र काली-चामुंडा तारा मंत्र क्रिया द्वारा साधक अपने व अपने परिवार के लिए सुरक्षा कवच तैयार कर सकता है जिससे हर प्रकार के दुख व दर्द से सुरक्षा हो सकती है
मां अष्ट तारा सिद्धि मंत्र दीक्षा कैसे ग्रहण कर सकते है
मां अष्ट तारा सिद्धि मंत्र दीक्षा साधना के लिए पंजीकरण के पश्चात साधक को ईमेल प्राप्त होगी इसमें दिए फॉर्म में उसको आपकी सारी जानकारी भरनी होगी
सारी जानकारी भेजेंने के बाद साधक को 6 फ़रवरी 2025 को मंत्र दीक्षा दी जाएंगी व मंत्र दीक्षा ग्रहण करने के अनुष्ठान की पूरी विधि ईमेल द्वारा साधक को प्राप्त होगी
मंत्र दीक्षा ग्रहण करने के २४ घंटे बाद साधक को अष्ट तारा के सभी अनुष्ठान कैसे करने है इसकी पूर्ण विधि ईमेल द्वारा वीडियो फॉर्मेट में भेजी जाएगी
वीडियो की भाषा हिंदी व अंग्रेजी का मिश्रण होगी ईमेल पर सभी वीडियो जीवन पर्यन्त के लिए उपलब्ध होंगे
यदि किसी साधक ने कोई भी अन्य दीक्षा ली हुई है या कोई स्वामी कलिकेश जी से पूर्ण दीक्षा प्राप्त शिष्य भी है तो भी वो इस मंत्र दीक्षा को ग्रहण कर सकता है यह दीक्षा सिर्फ उसको मां अष्ट तारा के सभी अनुष्ठान करने शक्ति प्रदान करने हेतु व अनुष्ठान के समय उसको कोई भी परेशानी न और उसका अनुष्ठान पूर्ण व सफल हो इसलिए लिए यह मंत्र दीक्षा आवश्यक है
इस दीक्षा की वजह से कोई साधक को बंधा हुई अनुभव न करे इसलिए इसमें कोई भी सख्त नियम नहीं है
इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ मां तारा से जो भी साधक जुड़ना चाहते है लेकिन किसी भी बाध्यता के कारण नहीं जुड़ पाते और भटकते रहते है उसको जागृत करना है ताकि लोगों के जीवन से सभी प्रकार के दुख व कष्ट दूर हो सके
जय मा तारा .....
**Why is the Maa Asht Tara Siddhi Mantra Diksha Sadhana the Most Powerful Spiritual Practice?**
Maa Tara is revered as the complete goddess. She is the only deity who embodies both gentleness and ferocity, as well as prosperity. Devotees of Maa Tara attain all forms of happiness, and even their enemies hesitate a thousand times before harming them. Maa Tara is worshipped in her eight forms, collectively known as Asht Tara: Tara, Ugra Tara, Mahogra Tara, Vajra Tara, Neel Tara, Saraswati, Kameshwari, and Bhairavi Kali-Chamunda.
- **Tara Mantra Siddhi** grants happiness and prosperity.
- **Ugra Tara** destroys enemies and malevolent spirits.
- **Mahogra Tara** bestows the power of penance and yoga.
- **Vajra Tara** removes obstacles like the evil eye, black magic, and occult practices.
- **Neel Tara** bestows divine vision and supernatural powers.
- **Saraswati Tara** enhances spiritual and astrological wisdom.
- **Kameshwari Tara** amplifies attraction and enchantment abilities.
- **Bhairavi Kali-Chamunda** provides a protective shield.
**How to Attain Maa Asht Tara Siddhi?**
The Asht Tara Siddhi is a secret path accessible only to those initiated into the Kali Kul lineage or who have received full diksha (initiation). Guru maa Nainakshi ji established the Kali Panth under Kali Kul in 2012. Through his sadhana, he attained divine visions of Maa Tara and received her secret mantras.
If a practitioner receives mantra diksha from Guru maa Devi Nainakshi, they need not adhere to strict rituals or restrictions, as mantra diksha is not a full initiation. Women can also perform this sadhana, as it has no restrictions related to menstruation.
**Key Features of the Sadhana:**
- No requirement for non-vegetarian food, alcohol, or specific offerings.
- Only sattvic (pure) offerings are made to the goddess.
**Benefits of Maa Asht Tara Siddhi Diksha:**
- Enables devotees to witness Maa Tara’s divine form, receive her blessings, and fulfill desires.
- Enhances prosperity, business growth, and attracts customers.
- Eliminates enemies, spirits, and negative energies.
- Grants supernatural powers, divine vision, Kundalini awakening, and spiritual wisdom.
- Provides protection from suffering and pain.
**How to Receive the Diksha?**
1. Register to receive an email with a form to submit your details.
2. Initiation will occur on **February 6, 2025**, followed by ritual instructions via email.
3. Within 24 hours of initiation, detailed video guides (in Hindi-English mix) for all rituals will be shared, accessible lifelong.
**Note:** Even those initiated into other paths or disciples of guru maa can receive this diksha. It ensures smooth and successful rituals without binding the practitioner to strict rules.
**Purpose of This Article:**
To awaken seekers who wish to connect with Maa Tara but face obstacles, guiding them to remove suffering and attain peace.
**Jai Maa Tara!**
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This translation preserves the spiritual context, cultural terms, and instructions while ensuring clarity and readability in English. Let me know if you need further refinements! 🙏
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